इस आर्टिकल में आज आप काफी प्रशनो के उत्तरों मे जानेगे। जैसे कॉर्नफ्लोर या मक्के का आटा क्या होता है (Corn Flour in Hindi), इसमें मोजूद पोषकतत्व (Corn Flour Nutrition Value), इसके फ़ायदे (Benefits of Corn Flour), बनाने के तरीके या विधी (Corn Flour Uses/Recipes), मकई का आटा मकई स्टार्च (Difference between Corn Flour/Corn Starch and Cornmeal)।
इन सभी प्रशनो के उत्तर जानने के बाद आपको मक्कई से बनने वाली कुछ चीजो के बारे में बताएँगे। जोकि आप अपने घर में आसानी से बना सकते है।
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मक्के का आटा / कॉर्नफ्लोर क्या है | Cornflour kya hota hai
मक्के का आटा या कॉर्नफ्लोर (Corn Flour) मक्कई के दानो को पीसकर प्राप्त होता है जिसे हम भुट्टा बोलते है। जिसका इस्तेमाल आटे के रूप में और समूचा खाने के लिए होता है। यह माना जाता है की मक्के की फसल सबसे पहले मेक्सिको में लगभग 9000 सालो पहले शुरू हुई थी। और इसके बाद ये फसल पूरी दुनिया में धीरे धीरे फैलती गई।
मक्का को कई नामे से जाना जाता है। (Corn Flour Meaning in Hindi) हिंदी में जैसे मक्का, मक्कई, भुट्टा और इंग्लिश में कॉर्न, जो अलग-अलग रंग के होते है। जिसमे सफ़ेद मक्का, पीली माकी, नीली मक्का, काला मक्का, लाल मक्का और एक मक्के में तो काफी अलग अलग रंग के दाने होते है।
हर एक को अलग-अलग काम के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। परन्तु आपने ज्यादातर पीले रंग के भुट्टे देखे होंगे। किउकी इसके पैदावार ज्यादा होती है। मक्कई का आटा में प्राकर्तिक रूप से ग्लूटन (Corn Flour Gluten Free) नहीं होता है। मक्कई का आटा सूखे मक्के के दानो को पीसकर बनाया होता है।
अमेरिका में बारीक़ पीसी हुई मकई (Corn Flour Powder) को कॉर्नर्फ्लोर (Corn Flour) कहते है। यूनाइटेड किंगडम में मक्कई के आटे को कॉर्नस्टार्च (Corn Starch) कहा जाता है, जबकि मकई के आटे को पोलेंटा के रूप में जाना जाता है। इससे ब्रेड या टॉर्टिला बनाती है।
इस आटे को लगभग एक साल तक संग्रहीत किया जा सकता है यदि इसे सही से बंद करके सीलबंद कंटेनर में किसी ठंडी और सूखी जगह पर रखा जाए तो।
मक्के के आटे और कॉर्नफ्लोर में अंतर | Different between Cornmeal Flour and Corn Flour/Corn Starch)
मकई के आटे और कॉर्न फ्लोर/कॉर्न स्टार्च दोनों को अलग तरीके से तैयार किया जाता है। इनको पीसने की प्रक्रिया में ज्यादा अंतर नहीं होता, परन्तु पिसने के बाद इसमें काफी अंतर आ जाता है।
मक्के का आटा कॉर्नमील फ्लोर (Cornmeal Flour), मक्के के साबुत सूखे हुए दानो को पीसा जाता है। फिर आटा प्राप्त होता है। इस आटे का रंग पीला होता है और छूने पर यह आटा मोटा महसुस होता है।
कॉर्न फ्लोर/कॉर्न स्टार्च (Corn Flour/Corn Starch), मक्के के साबुत सूखे हुए दानो की छिक्कल को उतारकर पीसा जाता है। फिर यह आटा प्राप्त होता है। इस आटे का रंग सफ़ेद (White Corn Flour) होता है और छूने पर यह आटा चिकना महसुस होता है जैसे की मैदा होता है।
मक्के के आटे में पोषकतत्व की मात्रा | Nutrition Value Of Corn Flour
एक बड़े चम्मच मक्के के आटे में मोजूद पोषक तत्व :-
- एनर्जी – 44 कैलोरीज
- प्रोटीन – 1.1 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट – 9.1 ग्राम
- फैट – 0.5 ग्राम
- फाइबर – 1.2 ग्राम
- विटामिन बी 1 (थियामाइन) – 0.17 mg
- विटामिन बी 2 (राइबोफ्लेविन) – 0.09 mg
- विटामिन बी 3 (नियासिन) – 1.17 mg
- फोलेट विटामिन बी 9 – 27.9 एमसीजी
- कैल्शियम – 16.9 mg
- आयरन – 0.86 mg
- मैग्नीशियम – 13.2 mg
- फॉस्फोरस – 26.7 mg
- जिंक – 0.22 mg
- पोटैशियम – 35.7 mg
मक्के आटा के फ़ायदे | Corn Flour ke fayde in Hindi
इंसानो के लिए मक्के के आटे से काफी फ़ायदे होते है जो इस प्रकार है:-
गर्भवती महिला
गर्भवती महिलाओं के लिए मकई के आटे के कई फ़ायदे मिलते हैं, क्योंकि यह उन्हें एनीमिया और तंत्रिका संबंधी बिमारियों से बचाता है। और उन्हें मतली और कब्ज जैसे पाचन परेशानियों से बचाने के अलावा, गर्भ की असामान्यताओं से भी बचाता है, क्योंकि इसमें कई पोषक तत्व होते हैं।
मधुमेह
मकई में मोजूद फ्लेवोनोइड्स के सेवन मधुमेह (Diabetes) सहित पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता है। और मधुमेह रोगियों के लिए इसके लाभों में से यह एक लाभ है।
खाद्य पदार्थों में नियमित रूप से साबुत मक्का पाचन तंत्र के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और टाइप 2 मधुमेह और मोटापे जैसी पुरानी बीमारियों की घटनाओं को कम करता है।
आहार
मकई का आटा परिपूर्णता की भावना महसूस कराता है जिससे कम भूख लगती है और इस प्रकार व्यक्ति कम खाना खा सकता है। किउंकि इसमें अच्छी मात्र में फाइबर होता है।
डॉक्टरों का कहना है कि यह शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के अनुपात को बढ़ाता है और इस प्रकार यह शरीर हानिकारक वसा को कम करता है।
तंत्रिका प्रणाली
मक्कई का आटा / कॉर्नमील (Cornmeal) से भरपूर पकी हुए चीजे खाने से मानव तंत्रिका तंत्र को बहुत लाभ होता है। क्योंकि यह तंत्रिका तंत्र के विकारों को कम करता है और स्मृति को सक्रिय करने, मस्तिष्क कोशिकाओं को उत्तेजित करने में भी इसकी प्रमुख भूमिका होती है।
और इसलिए यह बुजुर्गों के लिए बहुत उपयोगी है क्योंकि यह उम्र बढ़ने पर होने वाली परेशानियों से बचाता है।
त्वचा
यह त्वचा की कई परेशानिया को ठीक करने में कारगर है जैसे कि मुंहासे और फोड़े। किउंकि यह त्वचा को इन्फेक्शन से बचाता है जो स्किन को प्रभावित कर सकता है। और सूरज के संपर्क में आने से होने वाले प्रभावों को भी दूर करता है।
सूरज के संपर्क में मिलने वाली जलन को कम करता है। इसे स्क्रब की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है। यह त्वचा में मोजूद अशुद्धियों, गंदगी, वसा और मृत त्वचा से छुटकारा पाने, त्वचा को मॉइस्चराइज़ करने और इसे बहुत चिकनाई देने का काम करता है।
त्वचा पर लगाने के लिए पानी में थोड़ा सा आटा मिलाकर फिर पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं और कुछ देर सूखने के लिए छोड़ दें। और फिर सकारात्मक परिणाम पाने के लिए चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें।
हृदय
हृदय को हानिकारक वसा से बचाने में मदद करता है, रक्त वाहिकाओं को एथेरोस्क्लेरोसिस की प्रक्रिया से बचाता है। और खून में थक्कों बनने से रोकता में मदद करता है, साथ ही एनीमिया को रोकने में भी मदद करता है।
मूत्र प्रणाली
यह गुर्दे की पथरी को बनने से रोकने है और यह एक मूत्रवर्धक भी है।
पाचन तंत्र
यह पाचन तंत्र के लिए कई अन्य लाभों के अलावा, पाचन में सुधार और कब्ज से बचने में मदद करता है।
थायरॉयड ग्रंथि
यह थायरॉयड ग्रंथि के कार्यों में सुधार करने में काफी मददगार है, जो सीधे चयापचय और भोजन के जलने के लिए जिम्मेदार है। भोजन की चयापचय की प्रक्रिया को विनियमित करने और इसे शरीर में इकठ्ठा करने के बजाय ऊर्जा में परिवर्तित करने में मदद करता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
मक्के के आटे का इस्तेमाल | Use of Corn Flour uses / Recipes in Hindi
मक्कई के आटे का उपयोग हम कई व्यंजन (Corn Flour Recipes) बनने के लिए और त्वचा पर इस्तेमाल करने के लिए कर सकते है। जिसमे आप पहले व्यंजन बनने की विधि, फिर त्वचा पर इस्तेमाल (Corn Flour Uses For Skin) करने कुछ तरीके देंखेंगे।
1. मकई की खिचड़ी
खिचड़ी बनाने में थोड़ा समय लेता है, पर इसे तैयार करना बहुत आसान होता है। इसे अपने लिए आजमाने के लिए आपको बस थोड़ा सा धैर्य और बहुत कम सामग्री की जरुरत होती है।
आवश्यक सामग्री :
- 1 कप मोटी मकई का आटा
- 5 कप पानी
बनाने की विधि :
पहले पानी को अच्छे से उबलने दें। आटे में गांठ न बने उसके लिए आप उबल रहे पानी में धीरे-धीरेआटे को चम्मच के द्वारा हिलाते हुए मिलाये। इसे लगातार 20-40 मिनट तक पकाएं।
खिचड़ी को हमेशा स्वाद के लिए पकाया जाता है इसलिए आपको इसे पकाते समय तब तक टेस्ट करना होगा जब तक कि यह आपके स्वाद के लिए सही स्थिरता तक न पहुँच जाए। खिचड़ी को जल्दी ठंडा होने से बचाने के लिए गरम बर्तन में परोसें।
अन्य सामग्री :
एक बार खिचड़ी पक जाने के बाद, आप एक अनोखा और स्वादिष्ट व्यंजन बनाने के लिए इसमें स्वाद जोड़ सकते हैं। खिचड़ी में अपना विशेष स्टैप जोड़ने के लिए निम्नलिखित में से कुछ भी चुन सकते हैं या फिर जो आपको क्रिएटिव और स्वादिष्ट लगता है उसे दाल सकते है जैसे:
- मक्खन
- लहसुन और मसाले
- पनीर
- दूध की मलाई
- मूंगफली
- टमाटर और तुलसी
- ताजे फल
2. त्वचा के लिए मकई की विधी
स्किन के लिए भी मकई एक कई फ़ायदे (Corn Flour Benefits for Skin) है। मकई के आटे के इस्तेमाल से आप अपनी त्वचा को ओर बेहतर निखर (Corn Flour Uses for Skin) दे सकते है। निचे कुछ तरीके दिए गए है जिनको आप आजमा सकते है:
पहली विधी : मक्के के आटे को पानी के साथ अच्छी तरह से मिलाकर एक लेप बना ले। और फिर इसे अपने पूरे चेहरे पर लगे, लेप को लगभग 10 मिनट के लिए सूखने के लिए छोड़ दे। सूखने के बाद इसे गुनगुने पानी से धो ले।
दूसरी विधी : एप्पल साइडर विनेगर और पानी के साथ कॉर्न फ्लोर (Corn Flour) का पेस्ट बनाये। जिसमे एप्पल साइडर विनेगर की मात्रा पानी से आधी रखे और त्वचा पर लगभग 10 मिनट रहने दे। सूखने के बाद इसे गुनगुने पानी से धो ले। और यह तरीका त्वचा के एक्सफोलिएशन के लिए भी है।
तीसरी विधी : त्वचा को मॉइस्चराइज करने के लिए नींबू के साथ कॉर्नमील का मिश्रण उपयोग किया जाता है।
FAQs
1. कॉर्नफ्लाउर क्या है?
कॉर्नफ्लाउर, जिसे हिंदी भाषा में मक्के का आटा कहा जाता है, इसे मक्के के दानों को पीसकर बनाया जाता है। यह एक सफेद, हल्का और मुलेठी स्वाद वाला पाउडर होता है।
2. कॉर्नफ्लाउर को कैसे इस्तेमाल किया जाता है?
कॉर्नफ्लाउर को पकवान और ग्रेवी जैसी चीजों में इस्तेमाल कर सकते हैं।
3. कॉर्नफ्लाउर का उपयोग किस प्रकार के व्यंजनों में किया जा सकता है?
कॉर्नफ्लाउर को विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में उपयोग किया जा सकता है। इसका उपयोग सूप, सॉस, थिक सूप और ग्रेवी तैयार करने में किया जाता है। यह मसालेदार, मोटी और सुपादर्शित बनाने के लिए उपयोगी होता है।
4. कॉर्नफ्लाउर को कैसे स्टोर करके रख सकते है?
कॉर्नफ्लाउर को स्टोर करने के लिए आपको सूखी जगह चुननी चाहिए। इसे धूप में नहीं रखना चाहिए।
5. क्या कॉर्नफ्लाउर ग्लूटेन-मुक्त होता है?
हां, कॉर्नफ्लाउर ग्लूटेन-मुक्त होता है। इसलिए, जो लोग ग्लूटेन से प्रतिष्ठित हैं या सेलियक रोग से पीड़ित हैं, वे कॉर्नफ्लाउर को आसानी से उपयोग कर सकते हैं।
6. क्या कॉर्नफ्लाउर को बच्चों को दिया जा सकता है?
हां, कॉर्नफ्लाउर को बच्चों को दिया जा सकता है। यह उन्हें पोषण प्रदान करता है और उनकी भोजन परिपक्वता में मदद करता है। हालांकि, बच्चों को कॉर्नफ्लाउर के साथ ज्यादा तला हुआ या अधिक मसालेदार व्यंजन देने से पहले उनकी उम्र के हिसाब से उपयोग की मात्रा का ध्यान रखना चाहिए।
7. क्या कॉर्नफ्लाउर वजन कम करने में मदद कर सकता है?
कॉर्नफ्लाउर में कम फैट और कैलोरी होती हैं, लेकिन इसका सीधा रूप से वजन कम करने में मदद करने का कोई वैज्ञानिक सिद्धांत नहीं है।
यदि आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं या कोई भी दवा ले रहे हैं तो कोई भी कदम उठाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।